लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप - जुलाई 02, 2017 उसकी रूह से लिखी गयी थी किताब, इसमें कोई शक़ नहीं, मगर उसे किसी क़ायदे-ओ-क़िताब में बाँधने का, किसी को हक़ नहीं! और पढ़ें