संदेश

मार्च, 2012 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं
ज़रा सा ख़याल दिल दुखा के गुज़र गया, दर्द है के बस वहीँ ठहर गया….  फिर दर्द को गूंद के  बनायी  मुस्कराहट, बड़ा पुराना है, नहीं ये हुनर नया...