स्वतंत्रता दिवस पे एक सादा सा सवाल और वही पुराना सन्देश

सादा सा सवाल है, ऊँगली ही उठाते रहेंगे तो,
अपने गिरेबान में कब झाकेंगे?
गलती तो कोई भी निकाल लेता है,
उपाए सोचेंगे तभी तो आगे बढेंगे

एक दुसरे की कमी भुलाके, साथ निभाना होगा,
बचकानी बातें तज कर, बड़प्पन निभाना होगा,
अपने वतन से किया वादा निभाना होगा,
भारत माँ के हर पूत के साथ भाईचारे का रिश्ता निभाना होगा

टिप्पणियाँ

*स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आप एवं आपके परिवार का हार्दिक अभिनन्दन एवं शुभकामनाएँ. सादर * *संजय भास्कर
स्‍वतंत्रता दिवस पर हार्दिक बधाई।
ऊँगली ही उठाते रहेंगे तो,
अपने गिरेबान में कब झाकेंगे?
गलती तो कोई भी निकाल लेता है,
उपाए सोचेंगे तभी तो आगे बढेंगे..
..सही सवाल, सही हल.
स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं

सही सवाल उठती रचना
Anjana Dayal de Prewitt (Gudia) ने कहा…
सभी को धन्यवाद!

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