दिल की आवाज़ से ज़्यादा दूर मत जाइएगा
रुकिएगा नहीं, आगे ही चलते जाइएगा,
जिस राह भी जाएं, दिल की आवाज़ से ज़्यादा दूर मत जाइएगा
दौलत-ओ-शौहरत आसमां के तारों में कहीं होती है,
पर ख़ुशी कहीं दिल के पास छुपी होती है
कितनी भी दूर सफ़र क्यूँ ना करना पड़े, अपने करीब रहिएगा
टिप्पणियाँ
bahut sundar rachana
आप भी इस बहस का हिस्सा बनें और
कृपया अपने बहुमूल्य सुझावों और टिप्पणियों से हमारा मार्गदर्शन करें:-
अकेला या अकेली
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई